HAPPY BIRTHDAY "सुशांत" दिलों में जिंदा हैं आप
सुशांत सिंह राजपूत हमारे बीच नहीं है तो क्या हुआ.. उनके अंदर तमाम ऐसी बातें थीं जो हमें आज भी प्रेरणा देती हैं.. जन्मदिन मुबारक सुशांत
इंसान गलतियों और कमियों का पुतला है.. हर इंसान गलती करता है.. चाहे वो कोई सेलेब्रिटी हो या फिर मेरे और आपके जैसा एक आम इंसान.. हम सबने अपनी जिंदगी में कभी न कभी या कई बार गलत फैसले लिए हैं.. जिसका हमें बाद में अहसास और अफसोस होता है.. कि शायद हमने वो फैसले नहीं लिये होते तो अभी स्थति कुछ और होती.. और हम अपनी गलतियों से सीखते भी है.. लेकिन कुछ लोग होते हैं जिनको अपनी गलती का अफसोस करने या उनसे सबक सीखने का मौका नहीं मिलता..
आज सुशांत के जन्मदिन पर मुझे ये कहना है कि सुशांत मुझे बेहद पसंद थे.. "M.S. धोनी" के बाद से मैने उन्हें फॉलो करना शुरू किया था.. जिसके बाद मुझे पता चला था कि वो एक टैलेंटेड एक्टर के साथ बहोत अच्छे इंसान भी हैं.. लेकिन शायद उन्होंने भी कुछ ऐसे गलत फैसले लिए अपनी जिंदगी में जिसका उन्हें इतना बड़ा मोल चुकाना पड़ा.. जिंदगी से बढ़कर तो कुछ नहीं होता न.. और उन्हें तो अफसोस करने का मौका भी नहीं मिला.. सुशांत की मौत को अब 7 महीने बीत चुके हैं.. लेकिन उन्हें कोई भूला नहीं.. लोगों को उनकी अच्छी बाते अब भी याद हैं..
आज भी सोशल मीडिया पर आपको सुशांत की तस्वीर के साथ कुछ बाते लिखी मिल जाएंगी.. क्योंकि लाखों के दिलों में आज भी सुशांत जिंदा हैं..
अभी कल की ही बात बताऊं तो किसी ने सोशल मीडिया पर सुशांत का एक पुराना नोट शेयर किया था.. इस बात में तो कोई शक नहीं है कि सुशांत जितने काबिल एक्टर थे उतने ही बेहतरीन इंसान भी थे.. बाद में मैंने देखा कि सुशांत का वो नोट उनकी बहन Shweta Singh Kirti ने शेयर किया था.. जिसे देखकर मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या रिएक्शन दूं..
इस नोट को देखकर पता चलता है कि सुशांत की इंटिलेक्ट और एक्टिंग स्किल्स का अलग ही लेवल था.. सुशांत ने इस नोट में तमाम गहरी बातें लिखते हुए कहा है कि-
"मैंने अपनी जिंदगी के 30 साल तो सिर्फ कुछ बनने की चाह में निकाल दिए, मैं अच्छा टेनिस खेलना चाहता था, अच्छे ग्रेड लाना चाहता था. सबकुछ मैं उसी नजरिये से देखने लगा था. आगे सुशांत ने लिखा था कि - मैं शायद अपने आप से खुश नहीं था, बेहतर होने के सपने देखता था. लेकिन फिर समझ आया मैं गलत गेम खेल रहा हूं. क्योंकि असल में गेम तो यही था कि मैं कौन हूं."
सुशांत के इस नोट से एक बात तो साफ है कि उन्हे अभी नहीं जाना था.. जल्दी जिंदगी को अलविदा कह दिया उन्होंने.. इसीलिए शायद कहा जाता है कि अभी जी लो अच्छे से क्योंकि जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता.. सोचते तो हम सब बहोत हैं कि ये करेंगे.. वो करेंगे.. लेकिन जिंदगी ही अगर साथ न दे तो.. इसलिए हमें हर पल शुक्रगुजार होना चाहिए..
Nice Article MS
ReplyDelete